आज के समय में निवेश के कई साधन मौजूद हैं, लेकिन जब बात लंबी अवधि के सुरक्षित और समझदारी भरे निवेश की होती है, तो दो नाम सबसे पहले सामने आते हैं - ETF (Exchange Traded Fund) और Mutual Fund (म्यूचुअल फंड) । दोनों ही निवेशकों को डायवर्सिफिकेशन (विविधता) और प्रोफेशनल मैनेजमेंट का लाभ देते हैं, लेकिन इनमें कई महत्वपूर्ण अंतर हैं, जिन्हें समझना बेहद ज़रूरी है। इस ब्लॉग में हम विस्तार से समझेंगे कि ETF और म्यूचुअल फंड में क्या फर्क है, उनके फायदे-नुकसान क्या हैं और कौन-सा निवेश विकल्प आपके लिए बेहतर हो सकता है। 🔍 ETF क्या है? ETF यानी एक्सचेंज ट्रेडेड फंड , एक ऐसा निवेश उपकरण है जो किसी इंडेक्स (जैसे Nifty 50 या Sensex), कमोडिटी, बांड या एसेट बास्केट को ट्रैक करता है। ETF को शेयर बाजार में स्टॉक्स की तरह खरीदा और बेचा जा सकता है , यानी आप उसे दिनभर ट्रेड कर सकते हैं। ✅ ETF की मुख्य विशेषताएं: रियल-टाइम ट्रेडिंग: जैसे शेयर खरीदते हैं, वैसे ही ETF को भी बाजार खुला होने पर कभी भी खरीदा-बेचा जा सकता है। लो कॉस्ट: ETF में एक्सपेंस रेशियो कम होता है क्योंकि यह आमतौर पर पै...
Trade ETF – ETF निवेश, आसान हिंदी में।